कमजोर प्रधानमन्त्री के हाथ में देश का भविष्य कांग्रेस भले ही अपने प्रधानमंत्री कि पीठ ठोकती नजर आये लेकिन जन मानस का क्या ,वो क्या सोचती है उस जनता कि बात नहीं कर रही हूँ जिसे सिर्फ अपना पेट पालना है --वो लोग क्या सोचेंगे उन्हें तो सिर्फ वोट देना है वो तो अपनी गरीबी के आगे लाचार हैं सरकार के खिलाफ आवाज भी नहीं उठा सकते किउकी जो सरकारी मदद मिल रही है उससे भी वंचित हो जायेंगे .यह गरीब जनता जो किसी तरह अपना जीवन यापन कर रही है कोई भी विचार करने कि स्थिति में कहाँ है? क्या सरकार के विरुद्ध खड़े हो सकते हैं यह लोग? नहीं ना . इसी ग़रीब जनता से कांग्रेस को वोट मिलती हैं यह सरकार भी चाहती है कि वो ग़रीब बने रहे ताकि उनका वोट बैंक मजबूत रहे और ग़रीब तो बिचारा मजबूर है ही उसको तो इसी हाल में रहने में फायदा है वरना पेट भरना भी मुश्किल हो जायेगा . नेता जानते हैं कि जनता दो तरीके से गरीब है एक सोचने का मद्दा नहीं है इसलिये दिमाग से गरीब है दूसरे इतना पैसा नहीं है कि आराम से खा पी सकें और सुकून से जीवन बिता सकें यानी पैसे और धन से भी गरीब हैं । फिर क्यों न इस देश के नेता इस कमजोरी का फायदा उठाये...
Posts
Showing posts from March, 2011